Wednesday, October 8, 2008

हार्दिक अभिनन्दन




सभी को नमस्कार और हमारे नए ब्लॉग पर हार्दिक अभिनन्दन

अक्सर हमारे आसपास कुछ न कुछ हमेशा घटित होता रहता है और हम सभी अपने अपने घरों में उन बातो के बारे में अपने अपने विचार प्रकट किया करते हैं हम क्यों नहीं खुल के सामने आते हैं कभी हमारे देश में संसद भवन पर हमला हो जाता है, तो कभी हमारे घर के पास बन रहा ओवरब्रिज अचानक गिर जाता है और माननीय मुख्यमंत्री जी आकर दो-चार लोगो के उपर अपनी जिम्मेदारी डालकर रफूचक्कर हो जाती हैं हम टीवी पर समाचार सुनते जाते हैं की ३ की मृत्यु जानते हुए भी की घटनास्थल पर हमें पीएसी लगाकर इसीलिए जाने नहीं दिया गया था की हम मरने वालो की सही संख्या न जान पायें
खैर आज भी ताकत घटी नहीं है बँट जरुर गयी है
जो वास्तव में सिर्फ बातो में विस्वास नही रखते हैं बल्कि अपनी बेबाक टिप्पणियो से कुछ लोगों को जगा सकते हैं, मैं तहे दिल से उन सब महानुभावो का स्वागत करता हु अपने इस ब्लॉग पर
आशा करता हूँ की हम अपने इस अभियान को जो अब तक आप समझ ही गए होंगे, को आगे की और ले जायेंगे


साथी हाथ बढ़ाना, एक अकेला थक जाये तो मिलकर बोझ उठाना
साथी हाथ ........


मनीष दीक्षित

1 comment: